Kya Hoga Agar 1 Rupee Dollar ke barabar hojaye?:- दोस्तों कई बार आपके मन मे ये सवाल आया होगा की Kya Hoga Agar 1 Rupee Dollar ke barabar hojaye?
आज इस आर्टिकल में हम इसी पर बात करेंगे की अगर एक रुपया एक डॉलर के बराबर होजाये तो क्या होगा।
पहली और सबसे अहम बात ये की अगर ऐसा होता है तो इसका मतलब ये नहीं होगा की हमारे देश की आर्थिक व्यवस्था बहुत मज़बूत है।
जिस दिन एक रुपया एक डॉलर के बराबर होगया उस दिन भारत को बहुत ज़्यादा नुक्सान होगा।
इकॉनमी को जानने वाले कहते है की अगर सिर्फ एक दिन के लिए भी ऐसा होजाये तो भारत को इस नुक्सान की भरपाई करने में सालो लग जायेगे।
तो आईए हम जानते है की ऐसा क्यों होगा।
तो चलिए हम एक उदाहरण के ज़रिये ये जानते है 1986 में जापान की मुद्रा बहुत मज़बूत होगई थी।
जिसका नुक्सान उन्हें इस कदर हुआ की सन 2021 में भी भुगतना पड़रहा है।
1986 में रातो रात डॉलर 280 येन से गिर कर 140 येन पर पहुंच गया था।
इतने बड़े बदलाव के वजह से जापान की अर्थयवस्था पर इतना बड़ा झटका लगा था।
जिसका नुक्सान आज भी ये देश भुगतरहा है।
रुपया कमजोर या मजबूत क्यों होता है?
रुपए की क़ीमत पूरी इसकी मांग और आपूर्ति पर होती है।
इसपर आयत और निर्यात का असर पड़ता है।
Kya Hoga Agar 1 Rupee Dollar ke barabar hojaye?
जिस दिन ऐसा होता है उस दिन इलेक्ट्रॉनिक सामान सॉफ्टवेयर और वो सभी सामान जो भारत दूसरे देशो से खरीदता है वो सभी सामान बहुत सस्ते होजाएगे।
क्यों की ऐसे सामान को खरीदने के लिए भारत को 70 गुना नहीं चुकाना पड़ेगा।
ब्रांडेड चीज़े भी हम सस्ते दामों पर खरीद सकते है।
जैसे की Iphone जो आज हमारे देश में सबसे ज़्यादा दामों पर बिकता है वो सिर्फ 1000 से 1500 रुपए में मिलेगा।
क्यों की अमेरिका में Iphone की क़ीमत 1000 से 1500 डॉलर ही होती है।
Kya Hoga Agar 1 Rupee Dollar ke barabar hojaye? (नुक्सान)
जनसँख्या और भुकमरी बढ़ जाएगी।
जिस दिन 1$ एक रुपया के बराबर हो गया उसी दिन विदेशो में काम करने वाले भारतीय मज़दूर काम धाम छोड़ कर भारत लौट आएंगे।
देखते ही देखते भारत की आबादी और बेरोज़गारी बढ़ने लगेगी।
इसके साथ साथ कई और देशो के नागरिक भी भारत में चले आएंगे जिसकी वजह से जनसंख्या और ज़्यादा बढ़ जाएगी।
साफ़ साफ़ कहे तो पैसा तो होगा मगर रहने के लिए जानें और खाने के लिए अनाज नहीं होगा।
अगर एक रुपए एक डॉलर के बराबर हो गया तो जो चीज़े हम दूसरे देशो को भीचते है वो उनके लिए महंगे होजायेगी।
तो बहुत सारे देश हमारे देश से सामान खरीदना बंद कर देंगे।
इस वजह से हमारे देश में exporting होना बंद होजायेगी।
बेरोजगारी बढ़ जाएगी।
जितने भी कॉल सेंटर्स IT कंपनी USA, UK और Canada के दम पर चलती है वो बंद होजायेगी।
क्यों की ऐसी कंपनी भारत में कम दामों में काम करवाती है और भारत की 70% से ज़्यादा IT कंपनी के नाम पर कॉल सेंटर्स है।
तो आप सोच सकते है की बेरोजगारी किस हद्द तक बढ़ जाएगी।
साथ ही साथ IT company के ज़रिये विदेशो से आने वाला पैसा भी बंद होजायेगा।
इससे भी ज़्यादा ज़रूरी ये है की ये सारा काम फिर पाकिस्तान संभल लेगा।
Tourism के लिए लोग आने बंद होजाएगे।
अगर रुपए की कीमत ज़्यादा होजायेगी तो Tourist आना भी कम कर देंगे।
क्यों की जहा पहले उन्हें भारत में घूमना सस्ता लगता था अब उन्ही वही बहुत ज़्यादा महँगा लगने लगेगा।
Foreign Investment काम होजायेगा।
Foreign Investment ज़्यादा तर हमारे देश के IT और service sector में की जाती है।
हमारे देश की 60% GDP का योगदान इन्ही सेक्टर से होती है।
हमारे देश की आबादी के 27% लोगो को employment भी इन्ही सेक्टर से मिलती है।
जो की पूरी तरह से बंद हो जाएगी क्यों की foreign country हमारे देश में इन्वेस्ट करना बंद कर देगी।
Taxes में कमी होगी।
टैक्स पर बुरा असर पड़ेगा।
ऐसा इसलिए क्यों की अगर हमारे देश में कोई Production नहीं होगा तो कोई टैक्स भी नहीं आएगा।
जिसकी वजह से Government के पास पैसा भी नहीं आएगा।
ये ही कारन है की भारतीय रिज़र्व बैंक ने कुछ मान्यताये बना रखी है।
जिनके कारन न रुपए को ज़्यादा गिरने दिया जाता है और न ही ज़्यादा बढ़ने दिया जाता है।
क्यों की इन दोनों की सुरतो में कही न कही भारत को भारी नुक्सान झेलना पद सकता है।
वैसे डॉलर और रुपए का ऊपर नीचे होना एक आम से बात है इसलिए RBI इस बारे में ज़्यादा चिंता नहीं करती है।
लेकिन फिर भी डॉलर और रुपए में बहुत ज़्यादा fluctuation आना हमारी economy के लिए अच्छा नहीं होगा।
उम्मीद है की आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा।
ये आर्टिकल पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
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